RBI के द्वारा MSME योजना पर बैठक

गोड्डा: नगर भवन मे सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उधोगो पर बैठक का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम का उद्घाटन रिजर्व बैंक के प्रभारी महाप्रबंधक संजीव दयाल जी चैंबर उपाध्यक्ष प्रीतम गाडिया, क्षेत्रीय प्रबंधन sbi राजीव वर्मा, केनरा बैंक के अजित मिश्रा, पंजाब बैंक के सुमन सिंह, स्टेट बैंक के साकेत कुमार ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। बैठक की अध्यक्षता रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक श्री दयाल ने की। बैठक मे चेंबर उपाध्यक्ष श्री गाडिया ने ग्राहकों के हित के लिये कइ मुद्दे को बैठक मे उठाया।
बैंक संबंधित समस्याओं का निवारण जरूरी है :

1) बैंक व्यवसायीयो एवं आम ग्राहकों से सिक्के लेने मे करता है आनाकानी।
2) केश हैंडलिंग चार्ज अर्थार्थ रूपये गिनने का शुल्क व्यवसायीयो पर लगाना न्यायोचित कैसे ।जबकी चालू खाते पर बैंक ब्याज भी नही देती, बल्की कई तरह के चार्ज अलग लगाती है।
3) बैंक द्वारा प्रत्येक महीने ग्राहकों की समस्याओं के समाधान के लिए बैठकों का प्रावधान है, जो किया जाना चाहिए ।
4)मुद्रा लोन मे सुरक्षा शुल्क के रूप मे 40% रकम की अग्रीम राशि की मांग की जाती हैं, जबकी सरकार ने 10 लाख तक का ऋण को गारंटी मुक्त रखा है ।
5)प्रत्येक बैंको मे पीने के लिये स्वच्छ जल की व्यवस्था होनी चाहिए जो गोड्डा के बैंको मे नही है ।
6)सभी बैंको को महिला एवं पुरुष ग्राहकों के लिए युरिनल की व्यवस्था की जानी चाहिए, जो की यहाँ किसी बैंक मे ग्राहकों के लिए यह सुविधा उपलब्ध नही है ।केवल बैंक के कर्मचारियों के लिए सुविधा उपलब्ध है।
7)छोटे व्यवसायीयो अथवा रोजगार सृजन के लिये एक लाख या 50 हजार की राशि के लिए भी चक्कर लगावा कर भी लोन नही दिया जाता है।
8)जमाबंदी जमीन पर स्टेट बैंक मे 10 लाख तक का होम लोन का प्रावधान होने के बावजूद गोड्डा मे इस प्रकार का लोन नही दिया जा रहा है।
9) महिला उधमियो के बढावे के लिए भी बैंक द्वारा सहयोगात्मक रवैया नजर नही आता है ।
10)सिएसआर फंड के तहत बैंको द्वारा सार्वजनिक स्थलो के लिए कोई कार्य नही किये जा रहे है,जबकी बैंको को विभिन्न स्थलो पर लोगों की सुविधा हेतु सिएसआर मंद से कार्य किया जाना है।
11)59 मिनट जैसी महत्वपूर्ण योजना मे भी माननीय प्रधानमंत्री जी भारत सरकार के निर्देश के बावजूद गोड्डा मे बैंको ने सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया।जिसमे गारंटी रहित एक करोड़ तक के लोन का प्रावधान है।
12)गोड्डा मे किसी भी बैंको के द्वारा पार्किंग की व्यवस्था नहीं करने के कारण आम लोगों को विकट समस्याओं से गुजरना पड़ता है।
13)बैंकों के द्वारा दी गई पोस मशीनों का शुल्क तो प्रत्येक महीने खाते से वसुल लिया जाता है, मगर सर्विस कई कई महिनो तक मुहैया नही करवाई जाती है ।
14)बैंको द्वारा लगाये गये एटीएम मशीनों मे बमुश्किल ही केश पाया जाता है, जिससे सभी प्रकार के व्यवसाय प्रभावित हो रहे है।
15) सभी बैंको को बैंक के बाहर आउट साइड मे ग्राहकों एवं बैंकों की सुरक्षा के ख्याल से CCTV लगवाया जाना चाहिए, जिससे बैंको के बाहर घटित होने वाली आर्थिक घटना एवं दुर्घटनाओं से दोनों की रक्षा हो सके।
श्री दयाल ने बैठक को संबोधित करते हुये कहा की हमारे देश मे एमएसएमई क्षेत्र बहुत बड़ी आबादी को रोजगार और व्यवसाय का अवसर प्रदान करता है । लघु मध्यम उद्यम क्षेत्र एक मजबूत और स्थाई राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के निर्माण के साथ-साथ रोजगार सृजन निर्यात एवं लोगों के सशक्तिकरण में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है । केंद्र सरकार राज्य सरकार बैंकों एवं संस्थाओं द्वारा एमएसएमई के विकास से संबंधित कई योजनाएं जैसे मुद्रा पीएमजीपी इत्यादि योजनाएं चलाई जाती है जिसका आप लाभ उठा सकते हैं। गुड्डा में एमएसएमई उधम की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की भी सराहना की जिन्होंने छोटे व्यवसाय जैसे पापड़ बनाना बांस से संबंधित सामान एवं सिलाई कार्यों से जुड़कर स्वरोजगार को अपनाया है। उन्होंने क्षेत्र में कार्यरत बैंकों को आग्रह किया कि उद्यमियों को आसान प्रक्रिया के तहत पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराकर प्रोत्साहित करें। इससे न केवल उनकी उधमिता में तेजी आएगी बल्कि उनसे जुड़े अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे एवं आय के स्रोत बनेंगे और आर्थिक संपन्नता आएगी। श्री दयाल ने सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के अग्रिम के गठन पर जारी भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देश से उपस्थित उद्यमियों को अवगत कराया साथ ही एमएसएमई से जुड़े वित्त पोषण संबंधित मामलों का निपटान बैंकों को निश्चित समय सीमा में करने के लिए सुझाव दिया। श्री दयाल ने चेंबर उपाध्यक्ष श्री गाडिया की प्रसन्नसा करते हुयें कहा की, उन्होंने उचित प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर बैंकों को सुझाव दिया है, इस पर सभी बैंको को ध्यान देना चाहिए और अम्ल मे लाना चाहिए । बैठक का संचालन राजेश तिवारी सहायक महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा किया गया। बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के से नितिन कुमार भी मौजूद रहे जिनके द्वारा बैठक में उपस्थित आम लोगों को डिजिटल बैंकिंग प्रणाली यूपीआई यूएसडी के साथ-साथ फर्जी बैंक कॉल एवं चिटफंड कंपनियों द्वारा किए जाने वाले धोखाधड़ी से अवगत कराया। बैठक में सभी बैंकों के क्षेत्रीय महाप्रबंधक एवं सभी शाखाओं के प्रबंधक मौजूद रहे। बैठक में उद्योग विभाग के महाप्रबंधक अवध किशोर सिंह के साथ चेंबर के रिंकू आनंद, सरोज झा,नवनीत सरावगी अभिषेक बजाज एवं स्वयं सहायता समूह की महिला उधमियो ने शिरकत की।

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